500 note in trouble: देश में 500 रुपये के नोट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, जिससे सरकार चिंतित है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अब इस नोट को बंद करने की मांग की है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए बड़े नोटों पर रोक जरूरी है।
500 note in trouble CM demanded to shut down: देश में इस समय सबसे ज्यादा इस्तेमाल 500 रुपये के नोट का हो रहा है। बाजार में उपलब्ध कुल करेंसी का लगभग 41% हिस्सा इन्हीं नोटों का है। मूल्य के लिहाज से यह हिस्सा 86% तक पहुंच गया है। सरकार इस ट्रेंड को लेकर चिंतित है और चाहती है कि लोग छोटे नोटों और डिजिटल पेमेंट का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें।
चंद्रबाबू नायडू ने की नोट बंद करने की मांग
अब इस मुद्दे पर एक बड़ा राजनीतिक बयान सामने आया है। केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन की सहयोगी पार्टी तेलुगुदेशम के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने 500 रुपये के नोट को बंद करने की मांग की है। नायडू ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए बड़े नोटों पर रोक लगनी चाहिए। उनका सुझाव है कि केवल 100 रुपये और 200 रुपये से नीचे के नोट ही चलन में होने चाहिए।
नोटबंदी के बाद फिर उठा बड़ा नोट बंद करने का मुद्दा
बता दें कि साल 2016 में केंद्र सरकार ने नोटबंदी की थी, जिसमें 500 रुपये और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद कर दिए गए थे। इसके बाद नए 500 और 2000 रुपये के नोट जारी किए गए थे। हालांकि 2000 रुपये के नोट को अब चलन से बाहर किया जा चुका है, लेकिन 500 रुपये का नोट अभी भी सबसे ज्यादा चलन में है।
सरकार की रणनीति: छोटे नोट और डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में बयान दिया था कि सरकार छोटे मूल्य के नोटों और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है। सरकार चाहती है कि आम जनता नकद लेन-देन की जगह डिजिटल मोड को अपनाए। हालांकि अभी तक इसका व्यापक असर देखने को नहीं मिला है।
फर्जी खबरों पर भी आया सरकार का रुख
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दावा किया गया था कि सरकार 500 रुपये के नोट को बंद करने जा रही है। हालांकि सरकार ने इस खबर का खंडन किया था। अब चंद्रबाबू नायडू की मांग के बाद यह मुद्दा फिर से सुर्खियों में आ गया है।
COMMENTS