Constitution-Literature Park: यूपी के मुरादाबाद में देश का पहला संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park) खोला गया है, जिसका उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया। 15 करोड़ की लागत से बने इस पार्क में 50 रुपये का प्रवेश शुल्क रखा गया है, जबकि छात्रों और बच्चों को रियायत दी जाएगी।
Country first Constitution-Literature Park opened in Moradabad: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर में देश का पहला संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park) बनकर तैयार हो गया है। इसका उद्घाटन बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया। उन्होंने कहा कि यह पार्क केवल संविधान को देखने का नहीं, बल्कि उसे महसूस करने का केंद्र है। नगर निगम द्वारा 15 करोड़ रुपये की लागत से विकसित इस पार्क में आम लोगों के लिए 50 रुपये का प्रवेश शुल्क निर्धारित किया गया है। वहीं बच्चों और शैक्षणिक संस्थानों को रियायत देने की योजना है।
संविधान को जीवंत रूप में किया गया प्रस्तुत
ओम बिरला ने संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park) का दौरा करते हुए इसके हर हिस्से को गहराई से देखा और चित्रों, कलाकृतियों और स्थापत्य शैली के जरिए संविधान की जीवंत प्रस्तुति की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह स्थान सिर्फ स्थापत्य का उदाहरण नहीं, बल्कि जन शिक्षा का प्रेरणास्रोत है जो आने वाली पीढ़ियों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों से परिचित कराएगा।
युवाओं को प्रेरित करेगा संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park): लोकसभा अध्यक्ष

Constitution-Literature Park | Image Source – amarujala.com
उद्घाटन समारोह में ओम ओम बिरला ने कहा, “यह संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park) न केवल मुरादाबाद, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा स्थल बनेगा। यहां आकर छात्र, महिलाएं और नागरिक भारत की संवैधानिक विरासत पर गर्व करेंगे।” उन्होंने महापौर विनोद अग्रवाल और नगर निगम को बधाई दी और कहा कि लोकतंत्र हमारी जीवनशैली है और जब-जब इसे कुचलने की कोशिश हुई, देश की जनता ने उसका जवाब दिया है।
बाबा साहब की प्रतिमा का भी हुआ अनावरण
पार्क में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा का लोकार्पण भी किया गया। महापौर विनोद अग्रवाल और नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने लोकसभा अध्यक्ष को पार्क का भ्रमण कराया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, नगर विधायक रितेश गुप्ता, एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।
पार्क बनेगा ज्ञान का केंद्र: नगर आयुक्त
नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने बताया कि यह संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park) खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी होगा जो संविधान और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। यहां छात्रों को संविधान पढ़ने के साथ-साथ उसे अनुभव करने का अवसर भी मिलेगा। स्कूल-कॉलेज के शैक्षिक भ्रमण की भी योजना है।
आपातकाल की यादें और लोकतंत्र की सीख
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि आपातकाल के दौरान हुए अत्याचार आज भी लोगों की याद में हैं। इस संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park) के माध्यम से युवा पीढ़ी को न केवल संविधान की जानकारी मिलेगी बल्कि उसे संविधान की रक्षा के लिए भी प्रेरणा मिलेगी। मेयर विनोद अग्रवाल ने इसे नगर निगम का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया और कहा कि 1975 की घटना हमें लोकतंत्र की अहमियत समझाती है।
साहित्यकारों की स्मृतियों से भी सजा है संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park)

साहित्यकारों की स्मृतियों से भी सजा है संविधान-साहित्य पार्क | Image Source – amarujala.com
संविधान के साथ-साथ साहित्य को भी महत्व देते हुए पार्क में मुंशी प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, हरिवंश राय बच्चन, अमृता प्रीतम, दुष्यंत कुमार, जिगर मुरादाबादी जैसे साहित्यकारों के म्यूरल लगाए गए हैं। इसके अलावा 11 शास्त्रीय भाषाओं को वृक्ष और विरासत म्यूरल के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
लोकतंत्र सेनानियों और सफाई मित्रों को किया गया सम्मानित

लोकतंत्र सेनानियों और सफाई मित्रों को किया गया सम्मानित | Image Source – amarujala.com
इस समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कमलकांत राही, शिवेंद्र देव शर्मा, ज्ञानेंद्र देव शर्मा और शिवचरन प्रजापति जैसे लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया। साथ ही शहर के सफाई मित्रों को भी मंच पर बुलाकर सम्मान दिया गया।
पुस्तक कैफे भी आकर्षण का केंद्र
संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park) में वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए एक विशेष पुस्तक कैफे भी बनाया गया है, जहां साहित्यिक कृतियों का संकलन मौजूद है। यहां आने वाले लोग चाय-कॉफी के साथ पढ़ने का आनंद ले सकेंगे।
टिकट दर और सुविधाएं
संविधान-साहित्य पार्क (Constitution-Literature Park) में प्रवेश के लिए 50 रुपये का टिकट रखा गया है। जल्द ही नगर निगम बच्चों और छात्रों के लिए रियायती दरें घोषित करेगा। यह पार्क न केवल पर्यटन का केंद्र बनेगा बल्कि संविधान और साहित्य से जुड़े ज्ञान का भंडार भी साबित होगा।
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