Story of Shashvat Nakrani: IIT दिल्ली छोड़कर महज 19 साल की उम्र में BharatPe की शुरुआत करने वाले शाश्वत नकरानी ने 27 की उम्र में भारत के सबसे युवा धन सृजनकर्ता बनने का रिकॉर्ड बनाया है। उनका सफर टेक्नोलॉजी, नवाचार और हिम्मत की मिसाल है।
Know story of Shashvat Nakrani: BharatPe के सह-संस्थापक शाश्वत नकरानी को 360 ONE वेल्थ क्रिएटर्स लिस्ट में भारत का सबसे कम उम्र का सक्रिय धन सृजनकर्ता घोषित किया गया है। मात्र 27 वर्ष की उम्र में वे 5 बिलियन रुपये से अधिक नेटवर्थ वाले 2,013 सफल व्यक्तियों की सूची में शामिल हो गए हैं।
19 साल की उम्र में स्टार्टअप की नींव
शाश्वत ने महज 19 साल की उम्र में अशनीर ग्रोवर के साथ मिलकर BharatPe की शुरुआत की थी। उस समय वे IIT दिल्ली में तीसरे वर्ष के छात्र थे। डिजिटल भुगतान को छोटे व्यापारियों तक पहुंचाना उनका मुख्य लक्ष्य था।
क्या है BharatPe?
BharatPe एक डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है, जो छोटे दुकानदारों को QR कोड के ज़रिए मुफ्त ट्रांजेक्शन करने की सुविधा देता है। इस स्टार्टअप ने उन व्यापारियों के लिए डिजिटल दुनिया का रास्ता आसान किया, जो पहले तक तकनीकी जटिलताओं और अधिक शुल्क के चलते इससे दूर रहते थे।
शुरुआती दौर में आईं कई चुनौतियाँ
BharatPe को शुरुआती दिनों में फंडिंग, बाजार में पहचान और विश्वास जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन शाश्वत की दूरदर्शिता और टीम की मेहनत से यह स्टार्टअप आज देश के प्रमुख पेमेंट प्लेटफॉर्म्स में शामिल हो चुका है।
टेक्नोलॉजी में बचपन से रुचि
शाश्वत नकरानी का जन्म गुजरात के भावनगर में हुआ था। बचपन से ही उनकी रुचि तकनीक और इनोवेशन में थी। उन्होंने कोडिंग और प्रोग्रामिंग में गहरी दिलचस्पी दिखाई और इसी जुनून के दम पर उन्होंने IIT दिल्ली में एडमिशन लिया।
शाश्वत नकरानी की कहानी न केवल युवाओं के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सही सोच, मेहनत और तकनीकी समझ के साथ कम उम्र में भी बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है।
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